Thursday, December 18, 2008

प्यारी बहना, खुश रहना,

प्यारी बहना, खुश रहना,
सोच के तेरी मधुर विदाई,
क्यों भर आये मेरे नैना?
प्यारी बहना खुश रहना।

जायेगी ससुराल तू प्यारी,
छोड़ के बाबुल का अंगना,
बेटी तो होती पर-धन है,
सब लोगों का है कहना,
जानूं मैं भी यह सब फिर भी,
क्यों भर आये मेरे नैना?
प्यारी बहना खुश रहना।

बाबा की आंखों की पुतली,
मां के जिगर का है अंग-ना!,
गोदी के झूले में झूली,
भूल रहा मुझको वो पल ना,
तुझे बसाना है अपना घर,
क्यों भर आये मेरे नैना?
प्यारी बहना खुश रहना।

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